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सरकार छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए विभिन्न योजना और स्कॉलरशिप दे रही है। जो उन्हें वित्तीय सहायता (financial help) और सुविधाएं प्रदान करती हैं। Shiksha international के द्वारा सरकार छात्रों की मदद कर रही है। और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का मौका भी दे रही है। तो चलिए जानते है, भारतीय छात्रों को सरकार द्वारा क्या-क्या लाभ दिए जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानिए कि difference between IELTS and PTE in hindi और इसके क्या है फायदे। जो छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए और भी ज्यादा प्रोत्साहित करती है।
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विश्वस्तरीय शिक्षा
विदेश में पढ़ाई करने से छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलता है। विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च गुणवत्ता (high quality) का उपयोग होता है। जिससे छात्रों का व्यापक ज्ञान (comprehensive knowledge) और कौशल विकसित होता है।
विदेशी भाषा का ज्ञान
बहुत सारे विदेशी देशों में अंग्रेजी एक प्रमुख भाषा होती है। इसलिए भारतीय छात्रों को अच्छी अंग्रेजी बोलने, लिखने और समझने की क्षमता होनी चाहिए। उन्हें अंग्रेजी भाषा के लिए एक अंग्रेजी भाषा परीक्षा जैसे IELTS या TOEFL देना पड़ता है।
प्रवेश परीक्षा
अक्सर विदेशी विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। यह परीक्षा छात्रों की शैक्षणिक योग्यता (Educational qualification) और प्रवेश के लिए उनके क्षेत्र में आवश्यक मार्गदर्शन की जांच करती है।
वीजा
भारतीय छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने के लिए वीज़ा की आवश्यकता होती है। इसके लिए छात्रों को वीज़ा इंटरव्यू देना और वीज़ा प्रक्रिया का पूरा अनुभव होना चाहिए।
विदेशी विद्यालयों की खर्च
विदेशी शिक्षा का खर्च भारत में अधिकतम विश्वविद्यालयों के मुकाबले अधिक होता है। छात्रों को विदेशी शिक्षा के लिए वित्तीय संसाधनों की तैयारी करनी चाहिए। जैसे कि स्कॉलरशिप, लोन या फेलोशिप के लिए आवेदन करना।
स्थानीय भाषा और संस्कृति का ज्ञान
विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए स्थानीय भाषा का ज्ञान महत्वपूर्ण हो सकता है। यह छात्रों को स्थानीय लोगों के साथ संवाद करने का मौका प्रदान करती है। और देशीय माहौल में आसानी से अवधारणा बनाने में मदद कर सकता है।
करियर और नौकरी
विदेशी शिक्षा भारतीय छात्रों के लिए नए करियर मौके प्रदान कर सकती है। विदेशी विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करने के बाद, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियों का मौका मिल सकता है। जो उनके अधिकार्यों द्वारा मान्यता प्राप्त किए गए कोर्स और योग्यता के आधार पर उपलब्ध हो सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण
विदेशी शिक्षा छात्रों को अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण प्रदान कर सकती है। यह छात्रों को अलग-अलग देशों, संस्कृतियों और मान्यताओं के साथ एक संपर्क में लाता है। जिससे उनकी समझ और व्यापक सोच में वृद्धि होती है। यह उनके करियर और व्यक्तित्विक विकास में मदद कर सकता है।
विदेश में रहने का अनुभव
विदेशी शिक्षा छात्रों को अनुभव करने का अवसर प्रदान करती है। वे अलग-अलग देशों की संस्कृति, रहन-सहन, खाद्य आदि को अनुभव कर सकते हैं। और एक नई दृष्टि और समर्पण का अनुभव कर सकते हैं। यह उनके व्यक्तिगत विकास को प्रभावित कर सकता है। और उन्हें ग्लोबल मानसिकता के साथ एक साथ जीने की क्षमता प्रदान कर सकता है।
इन सभी चीजों का ध्यान रखकर भारतीय छात्रों को विदेशी शिक्षा की योजना बनानी चाहिए। इसके अलावा छात्र विदेशी शिक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया, संबंधित परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। और विदेशी शिक्षा के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों (financial resources) की व्यवस्था करने के लिए उचित मार्गदर्शन लेना चाहिए।
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आप विदेश में स्कॉलरशिप के लिए इसके लिए nosmsje.gov.in के जरिए अप्लाई कर सकते हैं।
सबसे पहले आपको किस विषय की पढ़ाई करनी है। और किस देश में पढ़ने के लिए जाना है यह तय करना होगा। जिसके बाद आप उस देश की भाषा का ज्ञान होना चाहिए।
हां! विदेश में पढ़ना आपके लिए कई मायनों में लाभदायक साबित हो सकता है। जैसे आपको अच्छी सैलरी मिलेगी। और भारत के हिसाब से चार गुना ज्यादा कमा सकते हैं।